
अल्मोड़ा। नगर के समीप माल गांव में 23 जून की शाम तेंदुए ने हमला कर पिता और बेटे को गंभीर घायल कर दिया था। इस घटना के एक सप्ताह के भीतर ही तेंदुए ने फिर गांव में एक बकरी को फिर अपना निवाला बना लिया। इससे ग्रामीणों में तेंदुए की दहशत बढ़ गई है।
हालांकि वन विभाग की टीम प्रभावित क्षेत्र में गश्त कर तेंदुए की सक्रियता पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। साथ ही उसे पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया गया है इसके बावजूद 11 दिन बाद भी वन विभाग को सफलता नहीं मिल सकी है।
अनुभाग अधिकारी अमित सिंह जैसोड़ा के अनुसार तेंदुए को पकड़ने के लिए गुरुवार को पिंजरा दूसरे स्थान पर लगाया गया है, और साथ ही समय- समय पर गश्त की जा रही है। फिलहाल अभी तक तेंदुए को पकड़ने में सफलता नहीं मिल सकी है।
सोमेश्वर में भी तेंदुए की दहशत: तहसील के यमन फलिया, अर्जुनराठ, नांरतालो संजौली गांवों में इन दिनों तेंदुए की दहशत फैली हुई है। क्षेत्र के लोगों के अनुसार शाम होते ही तेंदुआ आबादी में विचरण कर रहा है। इससे रात लोगों खासकर बच्चों को खतरा बना है।
ग्रामीणों ने बताया कि तेंदुआ कई दिन उनके घरों के आसपास दिख रहा है। उनका कहना है कि भय के कारण बच्चों का रात में घर से बाहर निकलना कठिन हो रहा है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में गश्त सगाने की मांग की है।
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