नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षक संघ-कूटा के एक शिष्टमंडल ने बुधवार को नैनीताल में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत से शिष्टाचार भेंट कर विश्वविद्यालय के संविदा व अतिथि शिक्षकों की समस्याओं से अवगत कराया तथा एक ज्ञापन सौंपकर उनके समाधान की मांग की।
शिष्टमंडल ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों एवं अन्य राज्यों के विश्वविद्यालयों में संविदा व अतिथि शिक्षकों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप 57700 रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जा रहा है, जबकि कुमाऊं विश्वविद्यालय सहित उत्तराखंड के विश्वविद्यालयों में इन्हें एक जूनियर रिसर्च फेलो से भी कम मानदेय दिया जाता है। इस कारण शिक्षकों में गहरा असंतोष व्याप्त है। संघ ने इन शिक्षकों को 57700 रुपये मासिक वेतन दिए जाने तथा 10 वर्षों से अधिक सेवा दे चुके शिक्षकों को नियमित करने की मांग की। साथ ही 10 वर्ष से अधिक समय से कार्यरत प्रोफेसरों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के प्रावधानों के अनुसार वेतन लेवल 15 प्रदान करने की मांग भी की गयी। शिष्टमंडल में प्रो.अध्यक्ष ललित तिवारी सहित डॉ.विजय कुमार, डॉ.दीपक मेलकानी एवं डॉ.मोहित रौतेला भी शामिल रहे। इस दौरान मौजूद नैनीताल विधायक सरिता आर्य ने भी कूटा की मांगों का समर्थन किया।
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